STOCK Market ANALYSIS : लाल निशान में बंद हुआ बाजार, जानिए 11 जुलाई को कैसी रह सकती है इसकी चाल

11 जुलाई को बाजार का विश्लेषण करते हुए, यदि बाजार लाल निशान में बंद हुआ है, तो इसका अर्थ है कि आज का दिन बाजार में बढ़त के साथ खत्म हुआ हो सकता है। लाल निशान आमतौर पर एक प्रतीक होता है जो बाजार में वृद्धि को दर्शाता है। इस तरह के चाल का अनुमान लगाने के लिए विभिन्न कारकों का ध्यान रखना उचित होता है, जैसे कि अन्य वित्तीय बाजारों की स्थिति, आर्थिक संकेत, और ग्लोबल घटनाओं का प्रभाव। बाजार की चाल को समझने के लिए अनुभवी विश्लेषकों द्वारा तकनीकी और मौद्रिक विश्लेषण किया जाता है।

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DR S K JAISWAL

7/11/20242 मिनट पढ़ें

बाजार में विभिन्न क्षेत्रों में मिली गिरावट और बढ़त के कारण अस्थिरता देखने को मिल रही है। ऑटो, बैंक, कैपिटल गुड्स, आईटी, टेलीकॉम, मीडिया और मेटल क्षेत्र में 0.4% से 2% तक की गिरावट हुई है, जबकि एफएमसीजी, हेल्थकेयर, पावर, और ऑयल एंड गैस सेक्टर में बढ़त दर्ज की गई है।

इसके अलावा, इंडेक्स में एक दिन में 100 अंक से ज्यादा की गिरावट के बावजूद, निफ्टी को राइजिंग चैनल के ऊपरी बैंड के ठीक ऊपर सपोर्ट मिला है। यह संकेत देता है कि बाजार में ताजगी और विवेकपूर्ण समीक्षा की आवश्यकता है, क्योंकि यह अंकों के गतिशीलता और स्थिरता की दिशा में महत्वपूर्ण परिवर्तनों का संकेत देता है।

बाजार में विभिन्न क्षेत्रों में मिली गिरावट और बढ़त के कारण अस्थिरता देखने को मिल रही है। ऑटो, बैंक, कैपिटल गुड्स, आईटी, टेलीकॉम, मीडिया और मेटल क्षेत्र में 0.4% से 2% तक की गिरावट हुई है, जबकि एफएमसीजी, हेल्थकेयर, पावर, और ऑयल एंड गैस सेक्टर में बढ़त दर्ज की गई है।

इसके अलावा, इंडेक्स में एक दिन में 100 अंक से ज्यादा की गिरावट के बावजूद, निफ्टी को राइजिंग चैनल के ऊपरी बैंड के ठीक ऊपर सपोर्ट मिला है। यह संकेत देता है कि बाजार में ताजगी और विवेकपूर्ण समीक्षा की आवश्यकता है, क्योंकि यह अंकों के गतिशीलता और स्थिरता की दिशा में महत्वपूर्ण परिवर्तनों का संकेत देता है।

प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि डेली चार्ट पर, निफ्टी ने रिकॉर्ड स्तरों पर बेयरिश इंगल्फिंग कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया है, जो बाजार के रुझान में संभावित बदलाव का संकेत है।

मार्केट में 5,94,320 करोड़ रुपये की इक्विटी सप्लाई आने की संभावना: आशीष गुप्ता गुप्ता ने अपने लेटेस्ट नोट में कहा कि उनके गणित के अनुसार 5,94,320 करोड़ रुपये की इक्विटी सप्लाई बाजार में आने की संभावना है। सप्लाई की पहली कैटेगरी आईपीओ पाइपलाइन से आती है, जिसमें अगले कुछ महीनों में 93000 करोड़ रुपये का इश्यू देखने को मिल सकता है

The market is witnessing volatility due to the mixed performance across various sectors. The auto, banking, capital goods, IT, telecom, media, and metal sectors have seen a decline ranging from 0.4% to 2%, while the FMCG, healthcare, power, and oil & gas sectors have recorded gains.

Additionally, despite the index falling by over 100 points in a single day, the Nifty has found support just above the upper band of the rising channel. This indicates a need for a fresh and prudent review of the market, as it signifies significant changes in the movement and stability of the points.

Aditya Gaggar, Director of Progressive Shares, stated that on the daily chart, Nifty has formed a bearish engulfing candlestick pattern at record levels, indicating a potential shift in market trends.

Ashish Gupta mentioned that there is a possibility of an equity supply worth ₹5,94,320 crores coming into the market. In his latest note, Gupta stated that according to his calculations, this substantial supply is anticipated. The first category of this supply comes from the IPO pipeline, which could see issues worth ₹93,000 crores in the next few months.

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